इतना तो करना स्वामी! विष्णु भजन. Itna Toh Karna Swami . Vishnu Bhajan| The Spiritual Indians

                  इतना तो करना स्वामी! 
 इतना तो करना स्वामी! जब प्रण तनसे निकले।
गोविंद नाम लेकर फिर प्रण तनसे निकले।। 1।।
श्री गंगाजीका तट हो, यमुनाका वंशी-वट हो।
मेरा साँवरा निकट हो, जब प्रण तनसे निकले।। 2।।
श्री वृन्दावनका स्थल हो, मेरे मुखमे तुलसी-दल हो।
विष्णू-चरणका जल हो, जब प्रण तनसे निकले ।।3।।
सन्मुख साँवरा खडा हो, मुरलीका स्वर भरा हो।
 तिरछा चरण धरा हो, जब प्रण तनसे निकले ।।4।।

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