गणपति अथर्वशीर्ष | Ganapati Atharvashirsha| The Spiritual Indians.

गणपति अथर्वशीर्ष ध्यानमंत्र: वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटी समप्रभः। निर्विघ्न कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।। शांति मंत्र: ॐ भद्रं कर्णेभिः श्रृणुयाम देवाःभद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्रा। स्थिरैःअंगैःतुष्टुवांसःतनूभिःव्यशेम देवहितं यदायुः।। ॐस्वस्तिन इन्द्रो वृध्दश्रवाः, स्वस्ति नः पूषाः विश्ववेदाः। स्वस्तिनस्तार्क्ष्योः अरिष्टनेमिः स्वस्तिनो बृहस्पतिर्दधातु।। ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। मूल मंत्र ः ॐ नमस्ते गणपतये। त्वमेव प्रत्यक्ष तत्त्वमसि। त्वमेव केवलं कर्तासि। त्वमेव केवलं धर्तासि। त्वमेव केवलं हर्तासि। त्वमेव सर्वंखल्विदं ब्रह्मासि। त्वं साक्षादात्मासिनित्यं ।। १।। ऋतंवच्मि।सत्यंवचच्मि ।। २।। अव त्वं मां।। अव वक्तारं।। अव श्रोतारं। अवदातारं।। अव धातारम अवानूचानमवशिष्यं।। अव पश्चातात्।। अवं पुरस्तात्।। अवोत्तरातात्।। अव दक्षिण...